RBI इस साल भी रेपो रेट में नहीं करेगा कटौती! SBI चेयरमैन ने बताई ये बड़ी वजह
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता वाली मौद्रिक नीति समिति 7 से 9 अक्टूबर को होने वाली अगली मीटिंग पर रेपो रेट का फैंसला करेगी।
भारतीय रिजर्व बैंक इस साल रेपो रेट मे कोई भी कमी नही करेगा। SBI के चेयरमैन सी. एस. शेट्टी ने कहा है की खाने की वस्तुओ की मंहगाई को देखते हुए आरबीआई रेपो रेट मे कटौती नही करेगा। अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व बुधवार को पेश होने वाली मौद्रिक नीति समीक्षा में ब्याज दर घटा सकता है। और अन्य देशो के सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व के आधार पर ब्याज दर घटा सकते है।
चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही तक करना पड़ सकता है इंतजार
SBI के चेयरमैन का कहना है। की बहुत से सेंट्रल बैंक ब्याज की दरो पर फैसले ले रहे है। फेडरल रिजर्व के ब्याज दर में कटौती का असर सभी केंद्रीय बैंको पर पड़ेगा। आरबीआई अपनी ब्याज दरो कमी करने से पहले खाद्य मंहगाई को ध्यान मे रखेगा। हम यह बात मान सकते है। की जब तक खाद्य मंहगाई कम नहीं होती। तब तक रेपो रेट मे कोई कटौती की संभावना नहीं है।
RBI ने लगातार 9वीं बार रेपो रेट को 6.5% पर रखा बरकरार
RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता वाली मौद्रिक नीति समिति 7 से 9 अक्टूबर को होने वाली अगली मीटिंग पर रेपो रेट का फैंसला करेगी। अगस्त मे मंहगाई 0.11 प्रतिशत से बढ़कर 3.65 प्रतिशत हो गई। जो पहले जुलाई में 3.54 प्रतिशत थी। महंगाई की दर आरबीआई के औसत लक्ष्य से 4 प्रतिशत कम है। खाने की वस्तुओ की मंहगाई दर अगस्त में 5.66 प्रतिशत थी। खाने की वस्तुओ की मंहगाई दर को ध्यान मे रखते हुए अगस्त की एमपीसी मीटिंग में रेपो रेट को 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा। ऐसा नौवीं बार हुआ है की रेपो रेट की दर मे बदलाव नहीं किया।